Lekhniki Dhoop

Category Poetry
Select format

In stock

Qty

सूर्य की किरणें धूप का विस्तार तब करती हैं जब उसका प्रकाश संसार को और अपनी तीव्र गर्माहट से जीवन प्रदान करता है । वैसे ही वर्तमान में महिलाओं की लेखनी भी अपनी प्रतिभा कल्पना एवं अंतर्दृष्टि की सूक्ष्म अनुभूतियों से समाज को नई दिशा, नए विषय, नए आयाम देने में पूर्णतया सक्षम है । आत्मविश्वास से सराबोर उनकी लेखनी का तेज, विचारों की गर्माहट, नग्न सामाजिक सत्य एवं परिवेश को उजागर करती रचनाएं, आदि से अंत तक अन्याय एवं शोषण के विरुद्ध तीखे प्रहार करती नजर आ रही हैं । इस संकलन में कहीं स्त्री विमर्श, स्त्री सशक्तीकरण, स्त्री मन की निर्भीकता के जागने का इंतजार है तो कहीं मुहब्बत भरे लम्हों को अपनी साँसों में जीती स्त्री मन के सपनों को जीने का शाब्दिक खूबसूरत अंदाज मन को बरबस अपनी ओर खींच लेता है । प्रेमानुभूति का यही आकर्षण बसंत एवं वर्षा ऋतु के मनमोहक स्वरूप के वर्णन के साथ प्रकृति के सौंदर्य परक स्वरूप का मानवीकरण रचनाकारों की बेजोड़ प्रतिभा का परिचय कराने में सक्षम है । अधिकांश रचनाएं जीवन की विसंगतियों, समस्याओं, सनातनी धर्म, संस्कृति, सभ्यता से जुड़े इष्ट देवी-देवताओं की आराधना, महिमा वर्णन के साथ राष्ट्रीयता, देश-प्रेम मानवीय एवं नैतिक मानदंडों को अभिव्यक्त करती हैं ।

SKU: 9789395550109 Category: Tags: , , , , , , , ,
Weight 0.250 kg
Dimensions 8.5 × 5.5 × .3 in
Binding

Paperback

Customer Reviews

There are no reviews yet.

Be the first to review “Lekhniki Dhoop”

Additional Details

ISBN: 9789395550109

Month & Year: November 2025

Publisher: BOLD

Language: Hindi

Page: 218

Dimension: 8.5 × 5.5 × .3 in

Weight: 0.250 kg

કુમુદ વર્મા મૂળ રહેવાસી ગુડગાંવ, હાલમાં અમદાવાદ (ગુજરાત). પુરસ્કાર : કુમુદ વર્માને ‘ગ્લોબલ ઇસ્પિરેશનલ વુમન ઍવૉર્ડ'ની સાથે-સાથે એક ડઝનથી વધારે સંસ્થાઓએ પુરસ્કારથી સન્માનિત કર્યાં છે.… Read More

Additional Details

ISBN: 9789395550109

Month & Year: November 2025

Publisher: BOLD

Language: Hindi

Page: 218

Dimension: 8.5 × 5.5 × .3 in

Weight: 0.250 kg